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सफ़र, साथ और सफलता

18 जुलाई 2018 को हिंदी साहित्य की सेवा के लिए नमन खंडेलवाल जी द्वारा शब्दांचल पेज का निर्माण हुआ। शब्दांचल के जन्म का मुख्य उद्देश्य हिंदी साहित्य जगत के नवीन रचनाकारों को अपनी पहचान बनाने व अपनी लेखनी को एक नई दिशा दिखाने का प्रयास था। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु शब्दांचल ने 2018 में ही 240 रचनाकारों को एक काव्य संग्रह ‘इश्क़ ए नगमा’ में अपनी रचनाओं को प्रकाशित करने का अवसर प्रदान किया।

इसी क्रम में अगस्त 2018 में शब्दांचल के राज्यानुसार समूह बनाए गए जैसे शब्दांचल राजस्थान, शब्दांचल मध्य प्रदेश, शब्दांचल दिल्ली, शब्दांचल लखनऊ आदि । इससे शब्दांचल को एक विस्तार रूप मिला और प्रत्येक राज्य के बेहतरीन लेखक और रचनाकार शब्दांचल का हिस्सा बने। मार्च 2019 व अप्रैल 2019 में शब्दांचल भाग 1 व भाग 2 काव्य संग्रह प्रकाशित किए गए। इसमें भी रचनाकारों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

शब्दांचल के सभी काव्य संग्रह सदैव ही निःशुल्क सहभागिता पर आधारित है। इसी बीच इंस्टाग्राम व व्हाट्सएप एप्लीकेशन पर शब्दांचल के विभिन्न समूह बनाए गए जिसमें रचनाकारों के लिए समय-समय पर लेखन प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं और सभी रचनाकार एक दूसरे की रचनाओं को सम्मान व प्रोत्साहन भी देते हैं, साथ ही एक दूसरे का मार्गदर्शन भी करते हैं।

अगस्त 2019 में शब्दांचल अपना काव्य संग्रह शब्दांचल भाग 3 व 4 लेकर आया जिसमें दोनों काव्य संग्रहों में कुल मिलाकर 180 रचनाकारों ने सहभागिता दी। जून 2020 में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शब्दांचल पेज पर ऑनलाइन ओपन माइक शुरू हुए और साथ ही शब्दांचल का भाग 6 का काव्य संग्रह भी प्रकाशित हुआ।

अगस्त 2020 में शब्दांचल ने फेसबुक पर हिंदी साहित्य की प्रगति के लिए प्रयास शुरू किए । अतः शब्दांचल फेसबुक समूह का निर्माण हुआ जहाँ नित्य ही प्रतियोगिताएँ आयोजित होती है और करीब 2000 सदस्य इस समूह का हिस्सा हैं। सभी सदस्य एक दूसरे की रचनाओं की सराहना करते हैं और उत्साहवर्धन भी करते हैं।

अगस्त 2020 में शब्दांचल राजस्थान द्वारा पहला काव्य संग्रह ‘फना’ प्रकाशित हुआ। सितंबर 2020 में शब्दांचल ने फेसबुक समूह पर लाइव काव्य पाठ की प्रतियोगिता शुरू की जिसमें रचनाकारों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया ।

नवंबर 2020 में रचनाकारों को मेडल, ट्रॉफी व प्रशंसा पत्र द्वारा सम्मानित किया जाना शुरू हुआ जिससे उनमें आत्मविश्वास जागृत हुआ और हमें भी और सुंदर व अनुपम रचनाएँ पढ़ने को मिली। नवंबर 2020 में ही शब्दांचल मध्य प्रदेश द्वारा महिला संकलकों पर आधारित पुस्तक ‘स्त्री’ प्रकाशित हुई। जनवरी 2021 में शब्दांचल इंदौर द्वारा प्रकाशित देशभक्ति पर आधारित काव्य संग्रह ‘वंदे भारती’ ने भी खूब वाहवाही लूटी ।

जनवरी 2022 में शब्दांचल भाग 7 काव्य संग्रह ‘ये उन दिनों की बात है’ प्रकाशित हुआ जो स्कूल व कॉलेज की सुंदर स्मृतियों पर आधारित कविताओं का एक संग्रह था। शब्दांचल समूह आज भी हिंदी साहित्य सेवा में निरंतर कार्यरत है और सभी रचनाकारों के उज्जवल भविष्य की कामना करता है।

उद्देश्य

शब्दांचल मंच के शुरू करने से लेकर अब तक पूरी टीम का केवल एक ही उद्देश्य रहा है कि  उभरते रचनाकारों को हिंदी साहित्य और लिखने के लिए प्रेरित किया जाता रहे, इसके लिए मंच ने कई तरीक़े भी अपनाए जिन्हें रचनाकारों ने पसंद किया और सराहा। किसी भी रचनाकार के लिए उसकी रचना को मिली प्रशंसा से बड़ा कुछ नहीं होता, एक प्रशंसा किसी भी रचनाकार को लिखने के प्रति बहुत प्रेरित कर सकती है । मंच पर आयोजित प्रतियोगिताओं में विजयी रचनाकारों को सम्मानित और पुरस्कृत किया जाता रहा है।

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शब्दांचल द्वारा शुरू की गयी इस पहल में आप शब्दांचल टीम के सदस्य बनकर हिंदी साहित्य के प्रति अपना महत्वपूर्ण सहयोग दे सकते हैं । सदस्य बनने के लिए हमें मेल के द्वारा सम्पर्क करें shabdanchal@gmail.com

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